क्या हक नहीं है . खुद पर खुद का?? कितने दिन हो गए.. खुदको आइने में गौर से देखे हुए.. कितने दिन हो गए .. चाय का कप, और वो चांद की रोशनी..में खुद को तलाशते हुए.. कितने दिन हो गए.. खुद से बाते किए हुए.. आराम,,होता कहां है ये आराम?? मिलता कहां हैं?? क्या किसी दुकान में?? अगर मिले तो प्लीज मुझे ज़रूर बताना .. कितनी अजीब बात है ना.. जिस पैसे को कमाने के लिए हम अपनी ज़िन्दगी को बेआराम किए बैठे है.. उस पैसे से तो आराम भी नहीं खरीदा जा सकता..। सुप्रभात। आराम से दिन बिताने के लिए भी ज़रूरी होता है..... #दिनआरामका #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #rushdasadaf #yqquotes #aaramkiskohai #yqlikes #aaramharamhai