टूटतीं सांसों ने तेरा एक नाम लिखा था, तूं नहीं है किस्मत में, शायद यही मेरा अंजाम लिखा था। तूं नहीं है मेरे पास और नहीं होगी कभी मेरे पास, मगर फिर भी, मैंने दिल पर तेरा एहतराम लिखा था। ---------आनन्द ©आनन्द कुमार #आनन्द_गाजियाबादी #Anand_Ghaziabadi #तेरा_ही_नाम_लिखा_था