चुनाव परिणाम के संदर्भ में अब आर्टिकल केवल चौराहे पान की दुकान और गांव के चौपाल के पूर्व साथी लोगों को तक ही सिमट रही है अब तो आर्टिकल एसएमएस फेसबुक टि्वटर इंस्टाग्राम व्हाट्सएप और यूट्यूब के माध्यम से चुटकियों में जिओ की खुशबू की तरह सभी देशों में फैल जाती हैं इस वजह से देखो वही आर्टिकल लगाने में मशगूल है फिर भले क्रिकेट का मैच हो या चुनाव के बीच मैदान हो या मतदाता का परिणाम बॉलीवुड के सितारे की शादी हो जाएगी बर्बादी हो या आर्टिकल आर्टिकल लगाने से मतलब होता है आर्टिकल लगाने का काम हमारे घर परिवारों में खूब होता है परिवार वाले आर्टिकल लगाते हैं कि हमारा बच्चा पड़ेगा लिखेगा बनेगा शाम लेकिन वह बच्चा बड़ा होकर कोई ना कोई ऐसी हरकत ना जान दे देता है जिससे माहौल एजेंडा में बदला जाता है याद करे जब आप 50 साल से राज करने के बाद 2 डिजिट पर अटकी देश की सबसे पुरानी पार्टी के अंदर आपने अपनी कार्रवाइयों को चलाते अपनी जीत को भेजा अनुमान लगाते हुए 8 साल पहले चुनाव में बिना गठबंधन के अकेले उतारने का निर्णय लिया था जिसके चलते उसकी आया है आना है तो फिर हमारे 24 * 7 ओ दिन चलने वाले 1760 चैनल वाले भी पीछे क्यों रहें वह भी आर्टिकल लगाने के बाजार के पीछे छुपे ना फिर नुकसान को देखते हुए आप भी हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के चुनाव परिणामों पर अपनी आर्टिकल ओं की एजेंडा पोल लेकर तैयार खड़े हैं ©Ek villain #आर्टिकल ओं के बिना जीना बेकार #KashmiriFiles