अंधेरे की चादर में लिपटी थी हौले हौले मेरे कानों में सरगोशी की आओ तुम्हें ख़्वाबों की दुनिया की सैर कराऊं जहां गम नहीं आंसू नहीं उम्मीद की नई किरण से मिलवाऊं #अल्फ़ाज़_दिलसे #रातकाअफ़साना #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi रात अभी अभी अंधेरे की चादर में लिपटी थी हौले हौले मेरे कानों में सरगोशी की आओ तुम्हें ख़्वाबों की दुनिया की सैर कराऊं