टूट गई हूं बिखरना चाहती हूं टूट गई हूं अब बिखरना चाहती हूं और मत घबराओ मेरे मुखड़े से _2 तेरी जिंदगी का शाम बन ढलना चाहती हूं #Bada_Kalakaar बिखरना चाहती हूं