निराशा के तिमिर पारावार में, प्रलय के समय भी गूँजते स्वर चीत्कार में, हानि-लाभ, सुख-दुःख के विचार में, तलहटियों मे खोए जैसे मोती के व्यवहार में, वो ह्रदय सौंदर्य ही है ,हमारी विवशता.. ह्रदय बंध गया जैसे आपके प्रेम रूपी निर्वाण में। The Writer Junction आप कवियों कवयित्रियों का इस प्रतियोगिता में स्वागत करता है। 6 पंक्तियों में अपनी रचना लिखें। #yqdidi #yqbaba #yqyourquoteandmine #thewriterjunction #हृदयसौन्दर्यtwj 👉 आपकी रचना मौलिक होनी चाहिये। 👉 समय सीमा - 13 जून 2020 शाम 16:30 तक 👉 कृपया हमारे Hashtags बरकरार रखें। 👉 कृपया Collab करने के पश्चात Comment में Done करें।