सुकून क्यों नहीं मिलता? क्योंकि हम उसे जमाने में ढुंढ रहें हैं, सुकून तो स्वयं के भितर बसता है। खुद को ढुंढ लो सुकून स्वयं मिल जाएगा। #सुकून