ऐसा कोई सपना जागे साथ मेरे इक दुनिया जागे .. वो जागे जिसे नींद न आए या कोई मेरे जैसा जागे .. हवा चली तो जागे जंगल नाव चले तो नदिया जागे .. रातों में यह रात अमर है कल जागे तो फिर क्या जागे ..