रिहा करना चाहा था तुझे हमने भी अपनेआप से, पर चाबी ही नहीं थी उन सलाखों की जिनके पीछे तेरी यादें बंद थी। Thanks for missing my quotes.🤴👑Aakash Sharma👑🤴 #rihai #yaad