ये तन्हाई का आलम, फ़िर तेरा ख़्याल आ रहा है ज़हन में दबे एहसासों को, फ़िर से जगा रहा है तुझसे दूर हैं हम, रहता है तू हमारे पास फ़िर भी, हमारे दिल में तन्हाई में भी हमें, इक अजीब सा सुकून मिल रहा है ♥️ Challenge-972 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।