फूल बागों में अब खिलते नहीं, जो ख्वाबों में है, वो हकीक़त में मिलते नहीं, तुम दिल की ज़रूरत हो, तुम हो मेरा सहारा, जैसे समंदर को बांधे रखता है उसी का किनारा, मैं तो खुद से लड़कर, ज़िंदगी से हूं हारा, क्यों जुदा हुए वो, ना जाने ये Dil Bechara...! -aDDy #dilbechera #dilbecharaday #shushantsinghrajput #tributetosushantsingh #dilbechara