मेरी प्यारी परेशानियों मेरी प्यारी परेशानियाँ, जख्म़ तो भरे वक्त के साथ लेकिन ना मिट सके निशानियाँ यह दिल और दिमाग के बीच का सघर्ष है अगर हो हिम्मत तो परेशानी में भी गजब का हर्ष है परेशानी अब तुझसे इश्क हुआ है क्योंकि तुझसे रोज रोज निपटते ये शायर और मजबुत हुआ है मुझे पता है आनेवाले ३६५ दिनों में तेरा साथ रहेगा पर मैं ना हारुँगा तुझसे बल्की हमारा प्यारा बढ़ता रहेगा| मेरी प्यारी परेशानियाँ