पकड़ने मेरी यार को वो चली, करने एक गुस्ताख़ी वो चली। भूल जाती हैं अक्सर वो झुमके वाली,चाँद भी थोड़ा पियक्कड़। पीता हैं छुप छुप कर,महफिलों में जा जा कर। नशे में करता है चाँद , इज़हार प्यार का। चाँद जा पहुँचा उस छत पर ,जो बनी हैं उसके लिए , जैस के नशे ने चाँद हैं, हम हैं और वो इतु सा पैग़ाम हैं। इतु सा पैग़ाम चाँद के नशे के नाम। #FirstLove #nojoto #love #chaand #jhumkiwali पकड़ने मेरी यार को वो चली, करने एक गुस्ताख़ी वो चली। भूल जाती हैं अक्सर वो झुमके वाली,चाँद भी थोड़ा पियक्कड़।