चाहतों की बातें अब फ़िजूल लगती हैं । अंधड़ हवाओं में, उड़ती धूल लगती हैं । चाहतों की बातें अब फ़िजूल लगती हैं । अंधड़ हवाओं में, उड़ती धूल लगती हैं ।