सर्दी में ठिठुरती वसुधा है, पेड़ों की भी हालत पस्ता है ये किसका स्वागत करते हैं, नववर्ष भी हम पे हँसता है अभी सूर्य उत्तरायण होने दो, लोहड़ी, पोंगल को जाने दो धुंआ कोहरे का छंट जाने दो, इस धरा को कुछ मुस्काने दो जैसे बसंत आ जाएगी,ठंड छूमंतर हो जाएगी सब जीवजंतु हर्षित होंगे,और प्रकृति गीत सुनाएगी फूल खिलेंगे गुलशन में और इत्र हवा महकाएगा रातों से दिन लंबे होंगें, तब नव वर्ष मनाया जाएगा #365days365quotes #yqbaba #yqdidi #yqbhaijan #newyear #अपनानववर्ष #