और मैं पथराई आंखों से स्टेशन छोड़ती गाड़ी को देख रही थी साथ ही देख रही थी ख़्वाब का जनाज़ा उठता हुआ.... समझा रहे थे मुझको लोग... #समझारहेथे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi