शहर जब खामोश हो सुनाई देती हैं चिडियों की चहचहाहट कोयल के गीत और भँवरो की गुनगुनाहट पता चला की बहती नदियाँ भी गुनगुनाती हैं और ये शांत से दिखते पर्वत भी बतियाते हैं पेडों की पत्तियाँ भी लहराकर पूछती हैं हाल मौसम का हवाएं दूर बैठे प्रियतम का पैगाम लाती हैं शहर जब खामोश हो..... नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳