तलाश-ए-सुकून में लोग कहाँ कहाँ नहीं जाते कभी समंदर में उतरते कभी पहाड़ चढ़ जाते मिला सुकून थोड़ा सा तो बस खुदा की बंदगी करके उसके दर से आगे जाते भी तो कहाँ जाते सुप्रभात। जीवन से बचने की हर कोशिश नाकाम जाएगी। उसका हर रास्ता अंततः उसकी तरफ़ ही आता है। #जाओगेकहाँ #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi