Nojoto: Largest Storytelling Platform

की थी मैने मगर मैं लड़का था , उठा तो फिर गिरा दिया

की थी मैने
मगर मैं लड़का था , उठा तो फिर गिरा दिया गया
कोई सहारा नहीं ,कोई हिम्मत नहीं, ना ही कोई कूसूर था जनाब 
लड़का होना भी कोई आसान नहीं होता..।
कोन कहता है लड़का नहीं टूटता कभी गले लगा कर देखो ना....।
अपना घर छोड़ कर जाना पड़ता हैं, मां को समझना पड़ता हैं,बहन को हिम्मत देनी पड़ती हैं,
तब जाकर कहीं लड़का बनता हैं...।
गिर गिरकर उठाने की कोशिश करता ,जब जा कर लड़का बनता है..।

©Dr.jai shree prakash writer
  #लड़का बनता है#कविता#विचार#
कोशिश #साहस#साहस

#लड़का बनता हैकविताविचार# कोशिश #साहस#साहस #समाज

272 Views