सुनों, हाँ नहीं लिखा मैंने तुम्हारा नाम अपने नाम के साथ किसी पेड़ पर कुरेदकर, नहीं लिखा मैंने तुम्हारा नाम अपने नाम के साथ किसी बेशकीमती दिवार पर, हाँ नहीं लिखा मैंने हमारा नाम किसी कक्षा की पुरानी सी ब्रेंच पर ; इसकी कभी जरूरत ही नहीं पड़ी क्योंकि तुम प्रेम हो मेरा और तुम्हें लिखा है मैंने अपने ह्रदय पर जो लिखा रहेगा अनन्त काल तक।। -अनकही बात #Nojoto #nojotohindi #ankahibaat