White तुम खुश रहो... मैं उदास ही ठीक हूं,,, तुम लुटाओ अपना प्यार सब पर,, मैं तुम्हारे पीछे बर्बाद ही ठीक हूं,,,, शायद मेरे नशीब में ना तुम्हारी परवाह है,,, ना ही प्यार ,, ना दोस्ती ,,,,है .... पर क्या बताऊं? मैं तरस गई तुम्हारे लिए,, तुम आते हो तो ऐंसा लगता है ,, जैंसें भगवान साथ है मेरे,,,, और जब तुम जाते हो तो लगता है ,,, मर गई मैं,,, जिन्दा लास बन जाती हूं। मुझे चाहिए थे तुम , तुम्हारा साथ , तुम्हारा हाथ,, बहुत रोई अकेले मैं,, बस रो ही पाती हूं,, और कुछ नहीं कर पाती,,, इससे अच्छा तो मर जाऊं मैं ,,,, किसके लिए जीऊं???? मुझे अच्छा नही लगता इस दुनिया में तुम्हारे बिना जीना,, कैंसे समझाऊं तुम्हें? तुम नही समझते कुछ तुम्हे सब मजाक लगता है,, शायद मेरी मौत पर समझो तुम की मैं कहती क्या थी,, मन करता है संसार से लड़लूं , तुमसे लड़लूं ,, और बस तुम्हारा साथ बस मिल जाये ,,, पर नामुमकिन कोशिश,,,, लेकिन प्यार मेरा बस तुम्हारा है अब हमेशा बस।।।। ©Nehu Dee.kalam सबकुछ तुम हो।