आखिरी था वो खत मेरा जिसमें लिखा हुआ था दर्द मेरा बेसक टुटी थी मैं हर ज़र्रे से मगर एहसासों से भरा था खत का हर एक लब्ज मेरा काश वो भी समझे होते तो आज हम इस कदर बिखरे न होते बेसक भूल गए होंगे वो मुझे मगर आखिरी था वो पलट के उसे देखना मेरा जिसमे छिपा हुआ था उसके लिए इश्क मेरा। #Light#hidenlove...