मै देखूँ अगर स्वप्न तो हकीक़त बनना, मै बोलूँ अगर कुछ लफ्ज़ मेरे भाव समझना, बातें हज़ार हैं करने को, पर तुम मेरी सुनना, अहसासों की तरह मेरी बातों में हमेशा रहना। 🎀 वार्तालाप 🎀 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 आज की प्रतियोगिता (Challenge-221) "ज़ख्मों के निशान" को जीतने के लिए "वार्तालाप" पर कोलाब करना अनिवार्य है। 🎀 2 लेखकों को मिलकर कोलाब करना है और अपनी इच्छानुसार एक विषय पर वार्तालाप करना है। 🎀 Font छोटा रखिएगा जिससे वालपेपर खराब न हो। कम लिखिए या ज़्यादा लिखिए परन्तु अपना लिखिए।