गुज़र गया वो दिन खो-गया वो ज़माना। क्युँ आया अब ये online वाला ज़माना।। छिन लिया बच्चों से बच्चों का बचपना। नन्हे-नन्हे हाथों में देखा Mobile थमा।। insta@kavi_hrsh पहले सब आपस में मिल-जुलकर, किया करते थे ढेर सारी बाते, अब सिर्फ mobile पे chat करते और लापता हैं मुलाकातें। ~ हरेश वडनेरे अब घर में हो चाहे कितने भी लोग फिर भी गुमसुम रहती है बाते। क्योंकी mobile रहता है vibrate और लोग हो जाते है silent।। 'कवी-हर्ष' #mobile #onlineworld #poem #shayari #nojoto #nojotoapp