मैं अज्ञानी माँ तुम मुझसे यूँ ना रुठा करो जग रुठे, सब छूटे मैं रो दूँगी जो तु रुठेगी मुझसे यूँ खुद से ना कभी जुदा करो अगर हो जाती है मुझसे गलती तुम मुझसे कहा करो हूँ तेरी ही तो बेटी माँ फिर से मुझको क्षमा करो पर फिर से यूँ ना रुठा करो तेरे सिवा ना दूजा कोई फिर किससे हाल ए दिल बयां करुँ मान जा ना ,माँ फिर से खुद की छांव से ना परे करो Shirsti gupta #navratra2020 #maa #durgamaa