खंजर आस्तीन में छुपाकर चोला ईमान का सिलवाने आए थे, गंगा जमुनी तहज़ीब के तहत् वो भाईचारा निभाने आए थे। मैं एक साधारण सा दर्जी था, नहीं पता था मेरी जान लेने आए थे। #उदयपुर #कन्हैयालाल #justiceforkanhaiyalal ©Kumar Sumit #Justice_for_Kanhaiyalal