स्त्री को समझना बहोत ही आसान है। बस उसकी बातों में उसके जज्बातों को सुनना सीखो। वह तभी बेहद गुस्सा करती है, जब वह आपसे बेइन्तहा जज्बातों से जुडी हुई हो। फिर चाहे वह माँ हो, बहन हो, पत्नी हो या प्रियतम हो। स्त्री हर रूप में एक ही स्वरूप होती है। ©Prakashatvam #स्त्री #माँ #बहन #पत्नी #प्रियतमा #प्रेम #जज्बात #जीवन #जीवनअनुभव