आंधिया गम की चलेंगी तो संवर जाऊँगा मै तेरी जुल्फ नहीं जो बिखर जाऊँगा तुझसे बिछडा तो मत पूछो किधर जाऊँगा मै तो दरिया हू समुन्दर में उतर जाऊँगा aandhiyan gham ki