भारत का गौरव बना रहे सब कुछ विल्कुल "OK" हो जाऐ | बस एक कसक सी है दिल में POK फिर JK हों जाऐ || अपनी नीति विस्तारवाद नहीं, पर छोड़ दे हक का, इतना भी अवसाद नहीं। अबकि जब हम फ़ेंके भाला, ताशकंद न दोहराएं बस एक कसक सी है, दिल में, POK फिर JK हो जाए ।। वो विभाजन का दंश था, जो अभी तक भरा नहीं । भारत भूमि के सपूतों, अभी पूरी हुई धरा नहीं । चलों मुजफ्फराबाद तक, फिर से तिरंगा लहराऐ । बस एक कसक सी है, दिल में, POK फिर JK हो जाए ।। सुलग रही है चिंगारी, बस हवा अभी तक चला नहीं, घर के मसले सुलझ रहे हैं, अब उनका खंड खंड हो जाए । बस एक कसक सी है, दिल में, POK फिर JK हो जाए ।। ~ Supriya Srivastav #POK #kashmir #370 #jk #bharat #supriyashrivastav