कितनी खामोशी वो अपने अंदर लेकर चलता है अनजानें से रास्तों पर वो हर रोज निकलता है । और लौट आता है बिना किसी नतीजे के ही क्योंकि टूट जाती है वो उम्मीद जिससे वो चलता है ।। - विनीत तोमर #alone #sad #Shayari #hindishayari #loveshayari #WhatsApp #breakup