तेरे सूर्ख होठों की लाली कमाल कर गई मेरी निगाहें बस वहीं जाकर ठहर गई, जी चाहा अपने नर्म होठों से चूम लूँ उन्हें तम्मनाओं की परिभाषा महसूस करने दूँ उन्हें, होठों से ये निगाहें जैसे मेरी ओझल होने को थी कि फिर वो सीधे तेरी निगाहों पे जा गिरी, कम्बख़्त नशा उन निगाहों का मदहोश कर गया दिल पे चला इश़्क-ए-ख़ंजर, दिल घायल हो गया, तेरे हुस्न की सरगोशी में बात कुछ ऐसी है ख़ास तुझसे रूबरू हुआ जैसे, मोहब्बत़ हुई अनायास। #FreakySattyLove #LoveShaayri #YQbaba #तेरेसूर्खहोठोंकीलाली