ये बादल अब तू भी जरा बरस जा, है धरा अब भी प्यासी थोड़ा तो तरस खा, अम्बर नीला दिखाई पड़ता तो है, पर खेतो में तो हरियाली छाई नहीं, बोये है बीज खेतो में , अंकुर अभी आयी नही, पढ़ाते तो बहुत है साहब विज्ञान के किताबो में कि प्रदूषण मत फैलाव लकड़ी मत जलाव फिर क्यों लगा दी जाती है कारखाने ये धीमी मौत की, समझ नही आ रहे ये सरकारी फरमान, अब तो हर किसान टकटकी लगाए देख रहे आसमान।।। #nijotohindi #kisan #barish #badal #rain_incharge