प्यारा सा तेरा ये मासूम चेहरा, उस पर तेरा ये रंग सुनहरा। काली जुल्फों की घटायें, नजरों पर शर्म-ओ-हया का पहरा। माथे की बिंदिया दिल चुराए, भोली सी सूरत दीवाना बनाए। तेरी ये शोख अदाएं, उस पर मृगनयनी आंखों में काजल ठहरा। तीखे तेरे नैन नक्श, पहली नजर में ही सबको अपना बनाए। गुलाबी तेरे होंठ लगे हैं, जैसे जाम का प्याला कोई गहरा। कानों के झुमके गालों को चूमें, हमको अपना आशिक बनाए। गालों की लाली गजब है ढाए, उस पर दिल की सादगी वल्लाह। मासूमियत से भरी है तेरी बातें, बोले तो बरसे फूलों की झड़ियां। सांसो की महक महकाए तन मन, तू पास आए तो महके जीवन। तेरी नजर में वो जादू है, देख ले नजर भरके तो कर दे बेकाबू। गालों पर लटके लट घुंघराली, सीरत तेरी दिल में ताजगी भर दे। खुदा बचा कर रखे तुझे, दुनियां की हर बुरी बला, हर बुरी नजर से। नूर-ए- खुदा बरसे तुझ पर हरदम, खुदा महफूज रखे तुझे हर सितम से। एक बार कैप्शन अवश्य पढ़ें. #kavyamela #competitionwriting साप्ताहिक काव्य प्रतियोगिता (प्रतियोगीता-4)