"पता नही वो क्यूँ हमारे ख़्वाब दिल में संजो के बैठा है,क्यूँ अंजान राहों में खुद को खो बैठा है,हम हो नहीं सकते उसके फिर भी आस लगाए बैठा है,मोहब्बत की राहों में अक्सर गुलाब खिलें ये ज़रूरी नहीं, मिलते है काँटे भी जो चुभते है दिल में बार-बार किसी की मोहब्बत होकर रह जाती है बस एक तरफ़ा ही तो कोई मोहब्बत में मुक़म्मल-ए-अंजाम नही पाता हर किसी के नसीब में मोहब्बत का मिलना ज़रूरी नही होता, ये ज़िन्दगी है यारों यहाँ नसीबों का सौदा नही होता।। ◆Bhawna◆ #hindipoetry❤ #hindiwriting #mohbbat❤️ #ILovePoetry ❤️#poetrygirlbhawna❤️😊