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इस्तिक़बाल किया बाहें फैलाए हर गम का हमनें , आख़ि

इस्तिक़बाल किया बाहें फैलाए  हर गम का हमनें ,
आख़िर यह भी तो उस खुदा की बनाई हुई चीज़ हैं,
हर परिस्थिति का सामना मुस्कुराते हुए किया हमने। _Word_Collab_Challenge_
Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry 
आज का लफ्ज़ है "इस्तिक़बाल"
अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,,
जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा !
और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।

Example:
इस्तिक़बाल किया बाहें फैलाए  हर गम का हमनें ,
आख़िर यह भी तो उस खुदा की बनाई हुई चीज़ हैं,
हर परिस्थिति का सामना मुस्कुराते हुए किया हमने। _Word_Collab_Challenge_
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आज का लफ्ज़ है "इस्तिक़बाल"
अब पहले की तरह एक विजेता नहीं बल्कि 3 विजेता चुना जाएगा,,
जो सबसे पहला विजेता होगा उनको testimonial दिया जाएगा !
और दूसरे और तीसरे नंबर वाले विजेता को 'हाइलाइट' किया जाएगा।

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mrsrosysumbriade8729

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