जैसे ज़िक्र करता हूं, मैं उसका, वैसे बात वो मेरी भी,करती तो होगी। जैसे सुमरता हूं मैं उसे,चुपचाप, वैसे याद अकेले में वो,करती तो होगी। जैसे बिताता हूं पहर उसकी याद में, वैसे वो भी दो पल बर्बाद, करती तो होगी । पढ़ लेता हूं आयत, कलमा तेरे नाम का, वैसे हक में मेरे,दुआ फ़रियाद,करती तो होगी । शिवा अधूरा #बस_यूं_ही#शिवा_अधूरा#फरियाद#नोजोटो_इंडिया