वन्दे मातरम् ! त्वं हि दुर्गा दशप्रहरणधारिणी कमला कमलदल विहारिणी वाणी विद्यादायिनी नमामि त्वाम् नमामि कमलां अमलां अतुलाम् सुजलां सुफलां मातरम् .. वन्दे मातरम् !! #cinemagraph #शुभ अपराह्न मेरे हम वतन साथियो ! 💕☕🙏🙏🤓😊 :वन्दे मातरम राष्ट्रीय गीत के बारे में कुछ जानकारी दूँ .... : बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा संस्कृत बाँग्ला मिश्रित भाषा में रचित इस गीत का प्रकाशन सन् 1882 में उनके उपन्यास आनन्द मठ में अन्तर्निहित गीत के रूप में हुआ था। इस उपन्यास में यह गीत भवानन्द नाम के संन्यासी द्वारा गाया गया है।