साल का आखिरी दिन है, चलो थोड़ा रिवाइंड करते हैं.... पहले दिन पर फिर से वापस चलते हैं.... उस दिन भी ठंड थी ना आज भी ठंड है आज उसदिन की पहली गलती को याद करते हैं.... और खुद को थोड़ा माफ करते हैं..... फरवरी के महीने में खिलने वाले फूलों को याद करते है..... और मोहब्बत में खोए हुए आशिकों की आशिकी पर मेरे जैसे सिंगल लोग चलो थोड़ा मजाक करते हैं..... होली के रंगों में रंगीन हो जाते है, और चलो आज होली का एक गीत गुनगुनाते हैं..... आम की टहनी से तोड़कर खाए थे जो आम उसकी मिठास यादों में और घोलते जाते हैं , दोस्ती का दिन जो हम हर रोज मानते है चलो ना उस दिन दोस्तो को जो नही कहा आज बताते हैं, और चलो सावन के महीने के बारिश में झूमते गाते हैं.. शिक्षक दिवस पर अपने शिक्षक का आशीर्वाद जो मिला था उसे महसूस कर खुश हो जाते हैं... दिवाली के दियों और ईद की ईदी में फिर से मुस्कुराते हैं.. और गुरुपर्व के दिन को याद कर एक बार और सजदे में सर झुकाते हैं.. चलो थोड़ा सा छठ के पवन पर्व को याद कर हर खुशी के लिए ऊपर वाले का शुक्रिया करते जाते हैं.. और कुछ नई दोस्ती के नाम कुछ पुराने बिछड़े रिश्ते जुड़े और दोस्त मिले इन सबके लिए स्माइल करते जाते हैं Christmas में santa से जो मांगा है,उससे फिर दोहराते हैं.. और चलो आज साल का आखरी दिन है 5 मिनट तो लगेगा थोड़ा रिवाइंड करके खुद को हसने की हर वजह याद दिलाते हैं। साल का आख़िरी दिन है..... #mywritingmywords #mywritingmythoughts #साथी #आख़िरीदिन #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi