अरे फूल है बस खिल जाता है , ये नहीं...., बल्कि, ये फूल तो वो है जो गर न ऊग सके तो वो भी जन्म लेकर खुद को साबित करता है, न जानें इसकी मंजिल की भी दूरी , कितनी होगी , जिसे........ ये भी जैसे नाप कर ही आता है । और सायद तो क्या , हकीकत में ही आज इंसान तो वो है जो इंसान नाम... और इंसानियत को, जैसे,..... सिर्फ कलंकित ही करता है ।। गर आज भी गर.... वाकई में शिक्षित हो तो , वो करो और करके ही दिखाओ , जो सचमुच एक इंसान और काबिल करता है ।।। ©Captain Priyanshu #bateinHKikatZindagiKiiI SK pant ( I.A.S ) POOJA UDESHI Vimlesh Gautam vandna mishra Rakesh Srivastava