तेरे इश्क़ की गिरफ्त में फस रहा हूं मै, खुदको छुड़ाना मुश्किल लग रहा है। हो सके तो तेरी बाहों में कैद कर ले मुझे... आज़ादी ना मिले शायद, लेकिन तुझसे मिले दर्द में भी मिठास भरी होगी। तेरे #इश्क़ की #गिरफ्त में फस रहा हूं मै, खुदको #छुड़ाना #मुश्किल लग रहा है। हो सके तो तेरी बाहों में कैद कर ले मुझे... #आज़ादी ना मिले शायद, लेकिन तुझसे मिले दर्द में भी मिठास भरी होगी।