part 1 .............. मैं dr मोमिता अब नहीं हूँ मुझे कुछ दरिंदो द्वारा मार दिया गया पर उससे पहले मेरा सामूहिक rape किया गया वो rape आम rape जैसा नहीं था वो बहुत दर्द नाक था जिसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती, क्या जुल्म क़ो सहना ही इंसानियत हैं क्या जुल्म के खिलाफ बोलना अपराध हैं, कई लोग चुप ही रहते हैं पर कई लोग बर्दाश नहीं कर पाते अन्याय क़ो, अपनी आँखो के सामने अनर्थ क़ो कैसे कोई देख सकता हैं, अगर ऐसा ही होता तो आज हम आजादी से अपने देश मे सांस ना ले पाते, हम आज भी अंग्रेजो के गुलाम होते अगर हमारे क्रन्तिकारी भाई अपनी शहादत ना देते.... ©puja udeshi #Calcutta #News #pujaudeshi mahesh ℘ґѦℊѦ†ї