कभी कभी आँखे बरसती है बिनमतलब ही, उन्हें दिल का बोझ जो हल्का करना होता है। आँखों की नमी तो रहती है खामोश ही, लेकिन होठों की सिसकियोसे सन्नाटा टूट जाता है। दिल का दर्द होता है बेनाम बेजुबान ही, लेकिन आँखे छूठ सच का पर्दा उठा देती है। इस दिल और आँखों के कश्मकश में ही, ख़ूबसूरत मीठी मुस्कान भी खट्टी हो जाती है। बहती आँखे बयान करती है टूटे दिल का हाल ही, पगला दिल ना जाने किस बात पर इतना रो देता है। दिल और आँखों का रिश्ता भी है अजीब ही, बात बुरी दिल को लगती है लेकिन आँखे है जो भर आती है। -@poetic_soul_shayari rishta dil aur aankho ka #light #love #cry #dilchahatahai