बचपन की बात ही कुछ और थी उसकी एक झलक पाने के लिए उसके पीछे पीछे जाना उसकी और ध्यान बनाए रखने के लिए उसकी बाजू वाली डेस्क के लिए झगड़ना उसे छूने के लिए जन्मदिन का महीनों महीनों से ईतजार करना बस एक झलक देखने के लिए उल्टे सीधे बहाने बना के उसके पीछे जाना हर रोज उसकी गलियों से गुजरना, रुकने के लिए सायकल की चैन गीराने का बहाना बनाना हर रोज की उसकी छवि को दिल में संभाल के रखना, उसके कपड़े पहने का पैटर्न याद करना और हर रोज घर से निकलने से पहले उसकी ड्रेस का कलर गेस करना, हो सके तो वहीं कलर का ड्रेस पहन के जाना _Jerry 😎 बचपन की बात ही कुछ और थी उसकी एक झलक पाने के लिए उसके पीछे पीछे जाना उसकी और ध्यान बनाए रखने के लिए उसकी बाजू वाली डेस्क के लिए झगड़ना उसे छूने के लिए जन्मदिन का महीनों महीनों से ईतजार करना बस एक झलक देखने के लिए उल्टे सीधे बहाने बना के उसके पीछे जाना हर रोज उसकी गलियों से गुजरना,