ये हसरतें हैं ये ख्वाहिशें हैं अरमानों की ये बारिशें हैं ये चीखें भी हैं ये बंदिशें भी ये ठहराव भी ये जुम्बिशें भी हैं मेहंदी रचे हाथों में सुहाग की ये चूड़ियां ये बंधन भी हैं ये ख़लिश भी हैं ये बेक़रार उंगलियां इंतेज़ार भी हैं इक़रार भी हैं . उंगलियां