जगत का दाता है मनभावन माखनचोर, संसार को चलाएं सजाए माथे पे पंख मोर। एक हाथ में बंसी उसके दूजे में सारा संसार, जग को पाठ पढ़ाया दिया गीता का सार। वह श्याम सुन्दर सृष्टि का कर्ताधर्ता, उसे देख मन सब जन का उमंग से भरता। 📌निचे दिए गए निर्देशों को अवश्य पढ़ें...🙏 💫 सभी रचनाकारों को जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं..🙏🙏 💫Collab with रचना का सार..📖 🌄रचना का सार आप सभी कवियों एवं कवयित्रियों को प्रतियोगिता:-54 में स्वागत करता है..🙏🙏