White जो बच्चे आंखों में सपने लिए लाइब्रेरी में पढ़ने जाते हैं ना वो लाइब्रेरी के कमरों में इतने घण्टों तक अकेले नहीं बैठते उनके साथ उनके मन में उठते बैठते हैं देश की आर्थिक स्थिति,पंचवर्षीय योजनाएं हिंदी,इंग्लिश,मैथ्स,रीजनिंग,इतिहास,भूगोल और देश भर की वर्तमान स्थितियां वो अपनी किताबों के साथ- साथ लेकर बैठते हैं अपने मन में चल रहे लाखों उलझनों को एक छोटे से कमरे में सिमटी जिंदगी को जीवन में चल रहे कई कठिनाइयों को अपने संघर्ष के दिनों के अकेलेपन को अपनों की उम्मीदों को तौर पर दिए आशीर्वाद को वो पढ़ते हैं अपनी किताबों के साथ अपने भूत,भविष्य,वर्तमान को Suman kothari ©एहसासों की दुनिया #rajdhani_night