#2YearsOfNojoto झरोका.. मतलबी सा हु थोडा, पर मेरा अपना झरोका है... तन्हाईयो मे साथ बरसने, कुछ बादलो को रोका है... फक्र करु भी तो किस पर, ये सासें भी तो तेरी है इन झरोकोसे आती जाती, हवा भी तो तेरी है। कभी झाकू भी उनसे तो, नीला आस्मान सा दिखता है। तु भी तो झरोको मे समेटे, ख्वाब कितने रखता है । तेरे अखियोके झरोको को, आज भी मै अजनबी हूं । तेरी नजरे कभी पडे मुझपे, मै इतना तो जरूर मतलबी हूं । ©निशांत तेंडोलकर #झरोका