घर के किसी कोने में पड़ी रद्दी का ढेर ही तो है क्या मूल्य महज कौड़ी के भाव का ना किसी काम या प्रयोग का... फिर भी बेच दिया जाता है पढ़ने के बाद... मैं भी तो किसी कोने में रखी टोकरी में पड़ा रद्दी का टुकड़ा हूँ मैं भी बेच दिया जाऊंगा किसी भी क्षण ।। ©AD Rao #उपयोगिता