Tum Ghazal Ban gayi ना जाने कैसे उसकी हंसी मेरे दिल को घायल कर गई जब से देखा मैंने उसे उसके चेहरे की मुस्कुराहट पर बाहर की दुनिया आंखों से ओझल हो गई ना जाने उसकी हंसी मेरे दिल को घायल कर गई उसकी मुस्कुराहट पर कुछ गुनगुनाने लग गई और वो कुछ शब्द एक ही पल में मेरी ग़ज़ल बन गई ©Chandrawati Murlidhar Sharma सदा मुस्कुराते रहो #GhazalBanGayi