किसी शायर ने यूँ कहा *ख़ुदा पास था मेरे* *फिर भी काफ़िर बनाए रखा,* *चंद ख़्वाहिशों ने मुझे* *ताउम्र मुसाफ़िर बनाए रखा* जय श्री महाकाल kisi shayar#ne kya khub